आज के समय में हर फील्ड में टाइपिंग जरूरी हो गई है, चाहे आप एक राइटर, जर्नलिस्ट, डाटा एंट्री क्लर्क, एडिटर, मेडिकल बिलर, प्रूफ रीडर इत्यादि हों.
आज हर प्रोफेशन में टाइपिंग के जरूरी स्किल्स हैं, बिज़नेस से लेकर खुद के काम के लिए टाइपिंग सीखना आवश्यक हो गया है, वरना आपको टाइपिंग करने के लिए किसी और को रखना पड़ेगा।
टाइपिंग सबसे ज्यादा उन्हें काम आती है जिनका काम ही टाइपिंग से शुरू होता है, जैसे कि कंटेंट राइटर, ब्लॉगर, स्क्रिप्ट राइटर इत्यादि। इसलिए हम ‘Computer Typing Kaise Sikhe’ ये आपको बताने वाले हैं,
हमारे तरीकों और टिप्स को जानें और उन्हें अमल में लाएं, ताकि आप भी कम समय में टाइपिंग सीख सकें, टाइपिंग को बढ़िया तरीके से सीखना भी महत्वपूर्ण है। आज हम जानेंगे कि ‘typing kaise sikhe’, ‘computer typing kaise sikhe’, ‘typing karna kaise sikhe’, ‘hindi typing kaise sikhe computer me’ आदि।
Computer Typing Kaise Sikhe
टाइपिंग में हर एक उंगली का एक एरिया होता है कीबोर्ड में। इससे आप बिना keys को देखे भी टाइप कर सकते हैं। आप हर रोज़ प्रैक्टिस करेंगे तो muscle मेमोरी से उंगलियों की लोकेशन को सीख सकते हैं।
1. टाइपिंग करने के लिए बैठने का तरीका
- टाइपिंग करते समय ये हमेशा याद रखें कि आपको सीधे बैठना है और आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए।
- आपके कोने (elbows) सहीं एंगल में बेंट होने चाहिए।
- आपका फेस आपके कंप्यूटर या लैपटॉप स्क्रीन के ठीक सामने होना चाहिए, आपका कंप्यूटर आँखों के ठीक सामने होना चाहिए, स्क्रीन को देखने के लिए आपको सिर्फ आँखें नीचे करनी चाहिए, ना की पूरी मुंडी।
- स्क्रीन और आपकी आँखों के बीच में कम से कम 45-70 सेंटीमीटर की दूरी होनि चाहिए। अपने कंधों, हाथों और हतेली पर तनाव न डालें या बहुत कम डालें।
- अपने किसी भी शरीर के हिस्से पर अपना पूरा शरीर का वजन न डालें, खासकर अपने कलाइयों पर।
इन सारी बताई हुई चीजों के अनुसार अपने टेबल, कंप्यूटर और सिटींग पोजीशन को फिक्स करें.
2. होम रो पोजीशन
अपने लेफ्ट हैंड की उँगलियों को ‘ASDF’ पर रखें, अंगूठे को छोड़कर सारी उंगलियाँ ‘ASDF’ पर होनी चाहिए, यानि आपकी इंडेक्स फिंगर जो अंगूठे के बाद आती है, उसे ‘F’ पर रखें। इसी तरह, उसके बाकी की उंगलियाँ ‘DSA’ पर रखें।
अब अपने सीधे हाथ की उंगलियों को ‘JKL;’ पर रखें, अपनी इंडेक्स उंगली को ‘J’ पर रखें, उसके बाद की उंगलियों ‘KL;’ पर रखें। इस रो को ‘होम रो’ कहते हैं, टाइपिंग शुरू करते समय उंगलियों को इन कीज़ पर रखा जाता है,
यहीं से टाइपिंग शुरू होती है और यहीं पर खत्म होनी चाहिए। ‘F’ और ‘J’ की जो कीज़ होती है, जिन पर हम अपनी इंडेक्स फिंगर रखते हैं, उनपर एक लाइन बनी होती है ताकि हम बिना देखे भी कीज़ को महसूस कर सकें, जब आपको अच्छी प्रैक्टिस हो जाएगी, तो इन्हें टच करके टाइपिंग बिना देखे कर सकेंगे।
3. कीबोर्ड स्कीम
आपको किन keys पर कौन सी उंगलियाँ का उपयोग करना चाहिए, ये आप हमारे ऊपर की छवि को देखकर जान सकते हैं। कलर कीबोर्ड में जो अलग-अलग कलर की keys हैं, उन्हें बताई गई उंगलियों से ही दबाना है।
- जिस उंगली से keys प्रेस करना है, उसी से प्रेस करें।
- हमेशा वहीं पर आएँ जहाँ से टाइपिंग शुरू की थी, यानि ‘ASDF- JKL;’।
- टाइपिंग करते वक्त आप जिस अल्फाबेट या सिम्बल को प्रेस करना चाहते हैं, उसकी लोकेशन को कीबोर्ड पर इमेजिन करें।
- टाइपिंग करते वक्त अपना रिदम बनाएँ और उसे कायम रखें। यानि हर key को प्रेस करने के लिए बराबर समय दें।
- ‘Shift’ key को हमेशा pinky finger से प्रेस करें, यानि आखिरी छोटी उंगली से।
- आप किसी भी हाथ के अंगूठे से ‘Space bar’ को प्रेस कर सकते हैं जिसमें आपको comfort हो।
शुरुआत में यह मेथड मुश्किल लग सकता है, लेकिन बाद में आप समझेंगे कि यह सबसे अच्छा, जल्दी टाइपिंग सिखाने वाला और आसानी से सिखाने वाला मेथड है। आपको प्रैक्टिस रोकनी नहीं है, इस मेथड का हमेशा पालन करना है। बेहतर परिणाम पाने के लिए आपको अपनी भाषा में टाइपिंग करनी चाहिए।
फिंगर मोशन
- हमेशा keys को मत देखें, ‘होम रो’ पर उँगलियों को लाने की कोशिश करें।
- जिन keys को प्रेस करना ज़रूरी है, उन्हीं को प्रेस करें और अपने हाथ और उँगलियों को ‘base position’ के करीब रखें। इससे आपकी टाइपिंग स्पीड बढ़ेगी और हाथों पर वजन भी कम पड़ेगा।
- रिंग और little fingers पर ज्यादा ध्यान दें, क्योंकि उनका इस्तेमाल कम किया जाता है।
टाइपिंग स्पीड
- जब आप पहली बार टाइपिंग सीखने का प्रयास करते हैं, तो जल्द-बाज़ी ना करें। जब तक आपकी उंगलियाँ सही keys पर प्रेस करने में स्वाभाविक हो जाती हैं, तब आप धीरे-धीरे अपनी टाइपिंग स्पीड बढ़ा सकते हैं।
- गलतियों से बचने के लिए टाइपिंग में अपना समय लगाएं। वक्त के साथ, आपकी टाइपिंग स्पीड में सुधार होगा।
- आप ‘Ratatype’ के lessons का पालन करके, अपनी टाइपिंग स्पीड को औसत स्पीड से बढ़ा सकते हैं।
- अगर आपका आसानी से ध्यान भटकता हैं, तो आपको छोटे-छोटे ब्रेक लेने की सलाह दी जाती है। इससे आप ज्यादा गलतियों से बच सकते हैं, क्योंकि थोड़ी देर बाद आप refresh होकर लौटकर टाइपिंग करने में सक्षम होते हैं, जिससे आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ती है।
Typing सीखने के Tips
- टाइपिंग में सीटिंग पोजिशन बेहद ज़रूरी है, इसलिए हमने ऊपर जैसा बताया है, उन्हें फ़ॉलो करें।
- टाइपिंग के वक्त आपकी उंगलियाँ सहीं keys पर होनी चाहिए और हमने ऊपर जैसा बताया है, उन्हीं उंगलियों से keys को प्रेस करें।
- अपने उंगलियों को ‘Home Row’ पर ही रखें।
- होम रो यानी ‘ASDF, JKL’ है।
- MS वर्ड और नोट पैड का इस्तेमाल करके प्रैक्टिस शुरू करें, पहले दो keys को प्रैक्टिस करें, फिर धीरे-धीरे सारे keys को प्रैक्टिस करें।
- टाइपिंग सीखने के लिए टाइपिंग सॉफ़्टवेयर या typing games खेलकर भी सीख सकते हैं।
- हिंदी टाइपिंग सीखने के लिए आप गूगल इनपुट टूल का इस्तेमाल कर सकते है या दुसरे सॉफ्टवेर का इस्तेमाल कर सकते है.
निष्कर्ष
आज हमने सीखा के computer typing kaise sikhe, hindi typing kaise sikhe computer me, typing kaise sikhe in hindi, हिंदी सीखने के लिए टिप्स, आदि. आशा है आपको हमारा ये आर्टिकल ‘Computer typing kaise sikhe’ पसंद आया होगा, Computer typing kaise sikhe इससे जुड़ा कोई सवाल होतो कमेंट करे.